।। जी 20 भारत की शानदार प्रस्तुतीकरण।।
आज पूरा विश्व भारत के g20 सम्मेलन जो की नई दिल्ली में आयोजित हो रहा है उसमें भारत की भूमिका की प्रशंसा कर रहा है। इसके 2003 में दिल्ली में भारत में g20 की मेजबानी की थी। कई मायने में अब का समय भारत के लिए एक जैसा नजर आता है। उसे समय शाइनिंग इंडिया का अभियान चल रहा था और भारत अमेरिका के साथ रणनीतिक भागीदारी की तैयारी कर रहा था उस समय सुनामी जैसी त्रासदी का सामना भारत कर रहा था।
उस अमेरिका ने परमाणु कार्यक्रम के तहत कई तरह के से पाबंदियां लगा रखी थी जो बाद में हटा ली गई थी और 2004 में लोकसभा चुनाव भी होने थे।
हां अंतर सिर्फ इतना ही है इस जी-20 सम्मेलन में हमने जबरदस्त अंतरराष्ट्रीय जगत में प्रगति की है। इस दौरान कोविद जैसी महामारी आई लेकिन हमारे भारत सरकार की सूझबूझ तथा भारत की जनता की एक जुट के कारण हम इस समस्या का सामना करने में सफल हुए। वही वही अभी हाल में इसरो के वैज्ञानिकों के सफलतापूर्वक मेहनत से चंद्रयान तीन चंद्रमा में सफलतापूर्वक उतारने में सफल रहे। आज जब हम विश्व में अर्थव्यवस्था के मामले में तीसरे स्थान पर चल रहे हैं।
वही रूस तथा यूक्रेन के बीच युद्ध चल रहा है तो हमारे भारत सरकार ने गजब का तालमेल बैठाया और g20 सम्मेलन में अमेरिका के राष्ट्रपति, चीन के विदेश मंत्री, रूस के विदेश मंत्री, इंग्लैंड के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक, फ्रांस ब्राज़ील बांग्लादेश, अर्जेंटीना आदि देशों के राष्ट्र अध्यक्षों सम्मिलित होकर भारत की शोभा बढ़ाई।
रूस के राष्ट्रपति पुतिन युद्ध में व्यस्त होने के कारण भारत नहीं आ सके परंतु उन्होंने फोन पर प्रधानमंत्री जी से बात कर उन्हें बधाई दी। चीन के राष्ट्रपति जिनपिंग के सम्मेलन में भाग न लेने पर हमारे विदेश मंत्री ने ठीक ही कहा की जी शिखर सम्मेलन में कौन शामिल हो रहा है और कौन नहीं इसके बजाय जॉनेंट मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए।
हमें अपने भारत देश पर गर्व होना चाहिए की जी शिखर सम्मेलन के माध्यम से हमें विश्व में एक पहचान मिली।
जब हम दुनिया भर के नेताओं को अपनी अनूठी संस्कृति, वेशभूषा, परिधान और अपनी क्षमता का परिचय देते हैं तो वे हमें भविष्य में विकास करने का अवसर जरूर देते हैं।
धन्यवाद द्वारा डॉक्टर आलोक कुमार द्विवेदी
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