दार्जिलिंग,रूपांडीघी, फांसीडेवा, दार्जिलिंग में स्थित विद्यासागर कॉलेज ऑफ एजुकेशन को उत्तर बंगाल साइंस सेंटर (एनबीएससी) सिलीगुड़ी द्वारा 28 फरवरी 2025 को राष्ट्रीय विज्ञान दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में आमंत्रित किया गया था।
इस कार्यक्रम में डॉ. सविता मिश्रा, प्राचार्या, संकाय सदस्यों और शिक्षक प्रशिक्षुओं ने भाग लिया। उत्तर बंगाल साइंस सेंटर, नेशनल काउंसिल ऑफ साइंस म्यूजियम, संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में नई 3डी फिल्म ‘वाइल्ड वंडर्स’ और नई प्रदर्शनी ‘हार्ट बीट ड्रम’ का उद्घाटन किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत सीवी रमन की प्रतिमा पर फूल चढ़ाकर की गई, जिसमें वीसीई प्राचार्य, संकाय सदस्य, छात्र और आमंत्रित अतिथि शामिल थे।
इसके बाद 3डी फिल्म, हार्ट बीट ड्रम का उद्घाटन, व्याख्यान, 3डी प्रस्तुति, क्विज और अन्य गतिविधियों का आयोजन किया गया। संकाय सदस्यों और छात्रों ने कार्यक्रम में भाग लिया और नए ज्ञान का अनुभव किया। 28 फरवरी 1928 को चंद्रशेखर वेंकट रमन ने रमन प्रभाव की खोज की घोषणा की और इसके लिए उन्हें 1930 में नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
1986 में, राष्ट्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी संचार परिषद (एनसीएसटीसी) ने केंद्र से 28 फरवरी को राष्ट्रीय विज्ञान दिवस के रूप में मनाने का अनुरोध किया। यह दिन पहली बार 28 फरवरी 1987 को मनाया गया था। इस वर्ष राष्ट्रीय विज्ञान दिवस का विषय ‘विकसित भारत के लिए विज्ञान और नवाचार में वैश्विक नेतृत्व के लिए भारतीय युवाओं को सशक्त बनाना’ है।
आज के कार्यक्रम की योजना, तैयारी और कार्यान्वयन विद्यासागर कॉलेज ऑफ एजुकेशन के जीवन विज्ञान विभाग के सहायक प्रोफेसर परितोष महतो द्वारा किया गया था।
सह संपादक पंकज कुमार गुप्ता जालौन उत्तर प्रदेश गुजरात प्रवासी न्यूज अहमदाबाद