रुड़की, हरिद्वार (उत्तराखंड)
राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण, गृह मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा संचालित युवा आपदा मित्र योजना के अंतर्गत क्वांटम विश्वविद्यालय, मंडावर रुड़की में चल रहा सात दिवसीय आपदा प्रशिक्षण कार्यक्रम आज अपने द्वितीय दिवस में पहुंचा। यह प्रशिक्षण 84 उत्तराखंड बटालियन एनसीसी, रुड़की के तत्वाधान में आयोजित 10 दिवसीय संयुक्त वार्षिक प्रशिक्षण शिविर (CATC) का हिस्सा है।
एसडीआरएफ ने सिखाए बाढ़ से बचाव के वास्तविक उपाय
प्रशिक्षण के दौरान एसडीआरएफ के सब-इंस्पेक्टर परमेंद्र दशमाना और उनकी टीम ने कैडेट्स को बाढ़ से बचाव के व्यावहारिक पहलुओं पर विस्तृत जानकारी दी।
उन्होंने
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बाढ़ के समय उपयोग किए जाने वाले उपकरण,
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रस्सी बचाव तकनीक,
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लाइफ जैकेट व लाइफ बॉय का उपयोग,
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पानी से व्यक्ति को सुरक्षित निकालने की विधियां
का ग्राउंड डेमो के साथ प्रशिक्षण प्रदान किया। -
आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने सिखाया भूकंप, अतिवृष्टि व सूखे में कैसे करें तैयारी
जनपद आपदा प्रबंधन प्राधिकरण, हरिद्वार के मास्टर ट्रेनर ने प्रतिभागियों को भूकंप, भारी वर्षा, सूखे और अन्य प्राकृतिक आपदाओं के प्रभाव, बचाव तथा तैयारी के उपाय समझाए।
उन्होंने बताया कि—
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“आपदा के समय घबराहट नहीं बल्कि त्वरित निर्णय और पूर्व तैयारी जीवन बचाती है।”
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भवन से बाहर निकलने के सही तरीके,
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आपदा किट की आवश्यकता,
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सामुदायिक स्तर पर जागरूकता कैसे बढ़ाई जाए,
जैसे महत्वपूर्ण बिंदुओं पर भी प्रशिक्षण दिया गया।
प्रशिक्षण शिविर में अधिकारियों का मार्गदर्शन और अनुशासन
कैंप में उपस्थित वरिष्ठ अधिकारी—
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कैंप कमांडेंट कर्नल अमन कुमार सिंह
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लेफ्टिनेंट अंजना गुसाईं
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लेफ्टिनेंट रत्नेश कुमार
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हवलदार सुरजीत सिंह
ने प्रतिभागियों को अनुशासन, नेतृत्व, टीमवर्क और आपदा स्थितियों में शांत रहकर कार्य करने की तकनीकें सिखाईं।
प्रशिक्षण का मुख्य उद्देश्य
इस प्रशिक्षण शिविर का उद्देश्य युवाओं को—
✔ आपदा प्रबंधन में उनकी भूमिका समझाना
✔ आपदा के दौरान स्वयं तथा दूसरों की सुरक्षा करना
✔ समाज में जागरूकता फैलाने के लिए सक्षम बनाना
✔ वास्तविक परिस्थितियों में आपदा से निपटने का कौशल विकसित करना
है।
यह पहल युवाओं को “आपदा मित्र” बनाकर समाज को सुरक्षित और मजबूत बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम ह कैडेट्स की देखरेख और प्रशिक्षण में सक्रिय भूमिका निभाने वाले अधिकारी व स्टाफ
प्रशिक्षण कार्यक्रम को सफल बनाने में निम्न अधिकारियों, कर्मचारियों और प्रशिक्षकों का विशेष योगदान रहा—
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डिप्टी कमांडेंट मेजर (डॉ.) गौतम वीर
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कैम्प एडजुटेंट कैप्टन सुशील कुमार आर्य
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एकाउंट ऑफिसर संतोष भट्ट
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प्रधान सहायक प्रमोद कुमार जोशी
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सेकंड ऑफिसर सुशील कुमार, रेणु देवी, कमल मिश्रा (मीडिया प्रभारी)
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केयरटेकर पंकज कुमार, प्रियंका प्रजापति
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सूबेदार मेजर अमर सिंह
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ट्रेनिंग जेसीओ सूबेदार पंकज कुमार पाल
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सूबेदार सुरेश चंद्र, सुनील सिंह, राजेश
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बीएचएम केशवानन्द
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हवलदार पूर्ण सिंह, दीपक, राजेन्द्र सिंह, जगत सिंह, नरेश चंद्रा, सुरजीत सिंह, विनोद
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नायक अभिषेक
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ईएसएम सतेंद्र सिंह, सुबोध कुमार, मंगल सिंह
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कार्यालय अधीक्षक प्रशिक्षण रवि कपूर
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वरिष्ठ सहायक सुरेश अवस्थी
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डीईओ मीनाक्षी
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तथा अन्य सहयोगी: धर्म सिंह, सन्दीप बुड़ाकोटी, सुनील भाई, सुभाष, राजवीर, राकेश, रविंदर
इन सभी के सहयोग से प्रशिक्षण व्यवस्थित और प्रभावशाली रूप से संचालित हो रहा है।
रिपोर्ट — Dr. Alok Kumar Dwivedi
Gujarat Pravasi News


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