‘‘पूर्वजों की स्मृति में किया गया ज्ञानदान श्रेष्ठ कार्य है।’’ ……….उमानंद शर्मा
गायत्री ज्ञान मंदिर इंदिरा नगर, लखनऊ के विचार क्रान्ति ज्ञान यज्ञ अभियान के अन्तर्गत ‘‘आर्यकुल इंस्टीट्यूट ऑफ फार्मेसी, गौरी बिजनौर रोड़, लखनऊ’’ के केन्द्रीय पुस्तकालय में गायत्री परिवार के संस्थापक युगऋषि पं. श्रीराम शर्मा आचार्य द्वारा रचित सम्पूर्ण 79 खण्डों का 420वाँ ऋषि वांड़मय की स्थापना कार्यक्रम सम्पन्न हुआ। उपरोक्त साहित्य गायत्री परिवार की सक्रीय कार्यकर्त्री श्रीमती राजेश्वरी देवी श्रीवास्तव ने अपने जीवनसाथी स्व. राम आश्रय लाल श्रीवास्तव (पति) की स्मृति में भेंट किया तथा सभी विभागाध्यक्ष, चिकित्सकगणों एवं फार्मेसी में अध्ययनरत छात्र-छात्राओं को हिन्दी अखण्ड ज्योति पत्रिका भेंट की।
इस अवसर पर वाङ्मय स्थापना अभियान के मुख्य संयोजक उमानंद शर्मा ने कहा कि ‘‘पूर्वजों की स्मृति में किया गया ज्ञानदान श्रेष्ठ कार्य है।’’ प्रबन्ध निदेशक डॉ. सशक्त सिंह ने भी अपने विचार व्यक्त किये एवं आर्य टी.वी. मीडिया के हेड डॉ. अजय शुक्ला ने धन्यवाद ज्ञापन व्यक्त किया।
इस अवसर पर उमानंद शर्मा, देवेन्द्र सिंह, डॉ. नीलम गुप्ता, श्रीमती सरोज श्रीवास्तव, एवं संस्थान के प्रबन्ध निदेशक डॉ. सशक्त सिंह, उपनिदेशक फार्मेसी डॉ. आदित्य सिंह, आर्य टी.वी. के हेड डॉ. अजय शुक्ला, उपनिदेशक (शिक्षा) डॉ. अंकिता अग्रवाल, रजिस्ट्रार श्री सुरेश तिवारी सहित विभागाध्यक्ष, चिकित्सकगण एवं नर्सिंग के छात्र-छात्रायें मौजूद थीं।