शुक्रवार को पूरे शबाब पर रहा। दरगाह की गलियों से लेकर उर्स स्थल तक और पुराने शहर की तमाम मस्जिदें जुमे की नमाज में भरी रहीं। शनिवार को तीन रोजा उर्स का कुल शरीफ की रस्म के साथ समापन होना है। कुल शरीफ में दो से ढाई लाख जायरीन के पहुंचने का अनुमान है। सुबह से ही रजा के दीवानों का सैलाब उमड़ पड़ रहा है। दरगाह आला हजरत की गलियों से लेकर उर्स स्थल तक जायरीनों की भीड़ दिखाई दे रही है। उधर, उर्स के मौके पर सीबीगंज के मथुरापुर स्थित मदरसा जमीयतुर्रजा को रंग-बिरंगी रोशनी से सजाया गया है। यहां इमाम अहमद रजा इंटरनेशनल कॉफ्रेंस का आयोजन किया गया। इसमें आला हजरत की जिंदगी पर रोशनी डालने के साथ समाजी मुद्दों पर भी चर्चा हुई।
शनिवार को उर्स में करीब ढाई लाख से अधिक जायरीन पहुंचने का दावा किया गया है। सुबह से ही सड़कों पर जायरीनों का रेला दिख रहा है। उर्स स्थल इस्लामिया मैदान से आला हजरत दरगाह तक मेले जैसा माहौल है। आज कुल की रस्म के साथ उर्स का समापन हो जाएगा
गुजरात प्रवासी न्यूज रिपोर्टर वकील अहमद
1 Comment
Your point of view caught my eye and was very interesting. Thanks. I have a question for you.