आगरा बाह. एक तरफ तो शासन प्रशासन तालाबों की सुरक्षा के लिए प्रशासन द्वारा अभियान चलाया जा रहा है बाबजूद इसके ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों में तालाबों का अत्तिक्रमण थम नहीं रहा है
एडीएम राजस्व व बित्त बिभाग की तरफ से कड़ी चेतावनी सभी तहसीलों में एसडीएम व तहसीलदारों को दिशानिर्देश जारी किये गये हैं कि वह अपने अपने तहसील में लेखपालों से रिपोर्ट ले कि उनके क्षेत्र में कितने तालाव है और मोजूदा समय में उनकी स्थिति है
एसडीएम ने कहा है कि तालाबों की संपूर्ण रिपोर्ट आने के बाद बिशेष अभियान चलकर इन्हें कब्जा मुक्त कराया जायेगा साथ ही वह तलाब भी पुरानी स्थिति में लाये जायेगें जहाँ पहले तलाब थे लेकिन मोजूदा खोने में नामजद या भूमिधर बन गये है ऐसे मामलों की जाच कराकर निस्तारण कराया जायेगा फिर भी कभी तक दर्जनो का नामोनिशान ही मिट गया है कुछ अतिक्रमण की शिकार होकर बिलुप्त होने की कगार पर है
ग्रामीण क्षेत्रों में बचत व चूट की जगह का देख रेख का प्रधान को अधिकार है बो ऐसी जगह की देख-भाल करे ताकि ऐसी जगह सुरक्षित रहे परन्तु बो भी अपने पांच शाल निकालने पर ज्यादा फोकस रखते हैं
शासन व प्रशासन को भी ऐसे लोगों को चिन्हित करना चाहिए जिनके कार्यकाल में तालाबों की जगह व सरकारी भूमि,स्कूल आदि की जगह का अतिक्रमण कराकर चले जाते है