सूरत के आईजी देसाई स्कूल ने भारत की पहली 5D लैब लॉन्च की है. इस लैब खुलने से छात्र अब साइंस और सोशल साइंस विषय को गहराई से समझ सकेंगे और टेक्नोलॉजी की मदद से वह टॉपिक्स को रियल में महसूस कर सकेंगे.सूरत के आईजी देसाई स्कूल के छात्र अब साइंस और सोशल स्टडीज के अलग-अलग विषयों को सुनने, देखने और अनुभव करने में सक्षम होंगे. स्कूल ने अपने परिसर में 5D लैब की शुरुआत की है, जिससे शिक्षा का अनुभव और भी बेहतर हो जाएगा.
शुक्रवार को भटार स्थित सर्वोदय ट्रस्ट द्वारा संचालित इस स्कूल ने मेल्जो अनुभव 5D लैब (Melzo Anubhav 5D Lab) लॉन्च की. स्कूल प्रशासन ने दावा किया है कि यह इस तरह की पहली पहल है जो छात्रों के लिए शुरू की गई है.स्कूल के एक सीनियर अधिकारी ने बताया कि 5D इफेक्ट्स और वर्चुअल रियलिटी (VR) तकनीक को पढ़ाई में शामिल करने से छात्रों की क्रिएटिविटी बढ़ती है और उनका मानसिक विकास भी मजबूत होता है. हालांकि उन्होंने अपना नाम नहीं बताना चाहा.
यह स्कूल गांधीवादी विचारधारा के अनुयायियों द्वारा चलाया जाता है, और यहां के 90% से अधिक छात्र आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों से आते हैं.स्कूल के ट्रस्टी के बेटे हार्दिक देसाई ने बताया, “हमने अलग-अलग पाठ्यक्रमों को विज़ुअल मोड में तैयार किया है और इसे अनुभव करने के लिए हाई-टेक कुर्सियां बनाई हैं जो 360 डिग्री तक घूम सकती हैं. इसके अलावा, इन कुर्सियों से खुशबू, पानी के छींटे और वाइब्रेशन जैसे इफेक्ट्स भी मिलते हैं, जिसे VR हेडसेट्स के जरिए अनुभव किया जा सकता है.”
हार्दिक देसाई ने आगे कहा, “इस इनोवेशन से छात्रों को ट्रेडिशनल एजुकेशन की सीमाओं से बाहर जाकर ब्रह्मांड के आश्चर्यों, महासागर की गहराइयों और इतिहास और विज्ञान की समृद्धता का अनुभव अपनी कक्षा के भीतर ही हो सकेगा.”
स्कूल के ट्रस्टी परिमल देसाई ने कहा, “हम भारत के पहले स्कूल हैं जिन्होंने इस बदलती तकनीक को अपने पाठ्यक्रम में शामिल किया है. यह हमारी उस सोच को दर्शाता है कि हम अपने छात्रों को भविष्य के लिए तैयार करना चाहते हैं ताकि वे तेजी से बदलती दुनिया में अपनी जगह बना सकें.”
सब एडिटर रजनीश पाण्डेय सूरत गुजरात प्रवासी न्यूज अहमदाबाद