भावनगर जिले के बेस्ट विलेज में परवडी गांव का नाम शामिल है. साल 2007 में इस गांव को मॉडर्न गांव के रूप में चुना गया था. गांव में सभी प्रकार की सुविधाएं मौजूद हैं. गांव की आबादी 12000 है.
परवडी गांव को मिनी सूरत के नाम से जाना जाता है.
गांव में पक्की सड़कें, स्कूल और तीन बैंक हैं.
परवडी गांव की आबादी 12000 है.
भावनगर: गांव भी अब सुविधाओं से लैस हो रहे हैं. स्मार्ट और मॉडर्न गांव बन रहे हैं. शहरों को टक्कर देने वाले गांव तैयार हो रहे हैं. भावनगर जिले के गारियाधार तालुका में परवडी गांव स्थित है. यह गांव मॉडर्न विलेज है और इसे मिनी सूरत के नाम से जाना जाता है. साल 2007 में इसे मॉडर्न विलेज के रूप में चुना गया था. आइए इस गांव की सैर करते हैं.
परवडी गांव की आबादी 12000 है
भावनगर जिले का मॉडर्न विलेज परवडी गांव की आबादी 12000 है. परवडी में प्राथमिक और माध्यमिक स्कूल हैं. बच्चे कक्षा 1 से 12 तक पढ़ सकते हैं. गांव में पक्की सड़कें, बिजली, गलियों में ब्लॉक, सीवर लाइन, शहरी स्मारक, बैंक आदि सुविधाएं हैं. इसके अलावा मोक्षधाम, आश्रम, बुजुर्गों के बैठने की व्यवस्था, पानी की टंकियां, बच्चों के खेलने के मैदान जैसी सुविधाएं भी हैं.
गांव के सरपंच भूपतभाई गोयानी ने बताया, “गांव की आबादी 12000 है. गांव में सभी प्रकार की सुविधाएं हैं. गांव के दोनों तरफ प्रवेश द्वार हैं. पशुओं के पीने के पानी की व्यवस्था है. गांव में प्राथमिक और माध्यमिक स्कूल हैं. साथ ही पनिहारी घाट, स्ट्रीट लाइट, सड़कें, गलियों में ब्लॉक, तीन बैंक जैसी सुविधाएं हैं. हर महीने ग्रामीणों की समस्याओं को लेकर बैठक का आयोजन किया जाता है, जिसमें ज्यादातर समस्याओं का समाधान किया जाता है.”
ठंड के दिनों में गर्म होकर ट्रैक्टर हो जा रहा है बंद, रखें इन 6 बातों का ध्यान
लावारिस लाशों का मसीहा है ये शख्स, अब तक 141 अंजान लोगों का किया अंतिम संस्कार
मलाई सा मुलायम और मखमल सा हल्का, ओढ़ेंगे कंबल लगेगा साल, ऐसा है ये ब्लैंकेट
नौकरी की तलाश में हैं तो तुरंत कराएं इन पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन, जल्द मिलेगी जॉब
‘कई सुविधाएं हमारे गांव में भी हैं’
गांव के उपसरपंच मिलनभाई ने बताया, “परवडी गांव मिनी सूरत के नाम से जाना जाता है. बड़े शहरों में मिलने वाली कई सुविधाएं हमारे गांव में भी हैं. खासकर अमृत सरोवर तैयार किए गए हैं. यहां सब सेंटर की कमी थी, जिसे भी मंजूरी मिल गई है. गरीब लोगों के लिए 90 आवास भी मंजूर किए गए हैं.”
गांव में तीन बैंक हैं
उन्होंने आगे बताया, “स्वच्छ भारत स्वस्थ भारत मिशन के तहत स्वच्छता के लिए भी विभिन्न कार्य किए जाते हैं, जिसमें रोजाना घर-घर से कचरा इकट्ठा किया जाता है. सड़क की समय पर सफाई की जाती है. बैंक की सुविधा भी उपलब्ध है. गांव में तीन बैंक हैं. तालाब में पानी भरने के लिए सौनी योजना का प्रोजेक्ट भी मंजूर किया गया है.”
उन्होंने आगे कहा, “हर घर में पानी पहुंचाया जाता है. आरसीसी और ब्लॉक डालकर सड़कें और गलियां बनाई गई हैं. हमारे गांव के कई लोग अब सूरत, अहमदाबाद, मुंबई जैसे बड़े शहरों में रहते हैं और बिजनेस करते हैं. बाहर रहने वाले लोग गांव के विकास में आर्थिक योगदान देते हैं. गांव के ज्यादातर लोग खेती और हीरे के बिजनेस से जुड़े हैं.”
गुजरात के इस गांव में राम राज्य! नशामुक्त, प्लास्टिक मुक्त, 0% क्राइम और 100% साक्षरता, लेकिन कैसे?
बता दें कि गांव के तलाटी कम मंत्री कल्पेशभाई वाला ने बताया, “मैं पिछले डेढ़ साल से गांव में तलाटी मंत्री के रूप में कार्यरत हूं. भावनगर जिले के श्रेष्ठ गांव में परवडी गांव का नाम शामिल है. साल 2007 में परवडी गांव को मॉडर्न विलेज के रूप में चुना गया था. गांव में सभी प्रकार की सुविधाएं हैं. सड़कें, पानी, स्वच्छता, बिजली आदि सभी सुविधाएं हैं.”
सह संपादक रजनीश पाण्डेय सूरत गुजरात प्रवासी न्यूज अहमदाबाद